Kaushal Sharma January 3, 2019
Microsoft Windows

परिचय-

Microsoft Windows (माइक्रोसाफ्ट विण्डोज) एकल उपयोकर्ता (Single User) के लिए बनाया गया 32 बिट मल्टी टास्किंग आपरेटिंग साफ्टवेयर हैं। इसका प्रयोग मुख्यतः पीसी (Personal Computer) में किया जाता है। यह ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) तथा ग्राफिकल आइकन के प्रयोग से सुविधाजनक प्रोग्राम क्रियान्वयन, उपयोगकर्ता तथा कम्प्यूटर के बीच बेहतर समन्वय तथा मल्टीमीडिया आदि की सुविधा प्रदान करता है।
इस आपरेंटिग सिस्टम में हम एक साथ कई विंडो खोल सकते हें तथा उनमें अलग-अलग कार्य सम्पादित कर सकते हें। माउस या की-बोर्ड की सहायता से एक विंडो से दूसरे विंडो में आसानी से आ-जा सकते हैं।

Development of Microsoft Windows-विण्डोज का विकास

1980 के दशक में जेरोक्स कारपोरेशन (Xerox Corporation) नामक कम्पनी द्वारा ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पर आधारित जेरोक्स स्टार (Xerox Star) नामक कमप्यूटर का विकास किया गया। परंतु ग्राफिकल यूजर इंटरफेस को लोकप्रियता एप्पल कम्प्यूटर द्वारा विकसित मैकिन्टोस (Macintosh) कम्प्यूटर द्वारा मिली। माइक्रोसाफ्ट ने अपना पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफेस आपरेटिंग साफ्टवेयर Windows 1 वर्ष 1985 में जारी किया।
माइक्रोसाफ्ट द्वारा विकसित कुछ अन्य लोकप्रिय आपरेटिंग सिस्टम तथा उन्हें जारी करने का वर्ष है-
Windows 3.1 वर्ष 1990 ई.
Windows 95 वर्ष 1995 ई.
Windows 98 वर्ष 1998 ई.
Windows ME वर्ष 2000 ई.
Windows XP वर्ष 2004 ई.
Windows Vista वर्ष 2007 ई.
Windows 7 वर्ष 2009 ई.

Windows 10 वर्ष 2015 ई.

विण्डोज शब्दावलियाँ

ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (Graphical User Inter phase) :

यह कम्प्यूटर तथा उपयोगकर्ता के बीच तस्वीर, रेखाचित्र तथा आइकन (Picture, Graphics & Icons) के माध्यम से अंर्तसंबंध (Interface) स्थापित करने की प्रक्रिया है। इसके द्वारा कम्प्यूटर के उपयोग के लिए पढ़नें, लिखने या याद रखने की न्यूनतम आवशकता होती है।

  • आइकन (Icon) : ग्राफिकल यूजर इंटरफेस में प्रोग्राम, प्रोग्रामों के समूह या आब्जेक्ट (Objects) को दर्षाने के लिए छोटे-छोटे तस्वीरों का प्रयोग किया जाता है जिन्हें आइकन कहते हैं। ये आइकन प्रोग्राम के क्रियान्वयन के लिए शार्टकट (Shortcuts) होते हैं, जिन्हें माउस द्वारा निर्देष देकर वांछित कार्य कराया जा सकता है। ये आइकन प्रोग्राम, फाइल या फोल्डर को दर्शाते हैं।
  • आब्जेक्ट (Objects) : विंडोज साफ्टवेयर में किसी फाइल, फोल्डर या सूचना या प्रोग्राम को आब्जेक्ट का नाम दिया जाता है।
  • वाइल्ड कार्ड कैरेक्टर (Wild Card Characters) : की-बोर्ड पर स्थित बटन, जो विकल्प के रूप में एक या अधिक कैरेक्टर को निरूपित करता है, वाइल्ड कार्ड कैरेक्टर कहलाता है।
  • प्लग एण्ड प्ले (Plug and Play) : यह विंडोज साफ्टवेयर की एक विशषता है। इसमें कम्प्यूटर किसी नए जोड़े गए हार्डवेयर की स्वतः पहचान (Detect) करता है तथा उसे उपयोग के लायक बनाता है। इससे नये हार्डवेयर लगाने पर कम्प्यूटर पुनः स्टार्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती ।
  • फाइल तथा फोल्डर (File and Folder) : द्वितीयक मेमोरी में संग्रहीत किए गए डाटा के समूह को फाइल कहते हैं। कम्प्यूटर में किसी प्रकार के डाटा को फाइल में ही संग्रहित किया जा सकता है। बहुत सी फाइलों को मिलाकर एक फोल्डर बनाया जाता है। कम्प्यूटर में फाइल व फोल्डर को रखने की व्यवस्था फाइल मैनेजमेंट (File Management) कहलाती है। फाइल तथा फोल्डर को आइकॉन (Icon) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। आइकॉन के नीचे उस फाइल या फोल्डर का नाम भी लिखा रहता है। फाइल नाम (File Name) : प्रत्येक फाइल को विशेष पहचान देने के लिए उसे फाइल नाम दिया जाता है। विंडोज प्रोगा्रमों में फाइल नाम 255 कैरेक्टर तक हो सकता है जिसमें अंक, अक्षर तथा खाली स्थान हो सकते हैं, पर विशेष चिन्हों का प्रयोग नहीं किया जाता है।

फाइल नाम में दो भाग हाते हैं। पहला भाग फाइल का नाम होता है जो उपयोगकर्ता द्वारा दिया जाता है। दूसरा भाग फाइल एक्सटेंशन (File Extension) कहलाता है जो फाइल के प्रकार पर निर्भर करता है तथा फाइल को Save करने पर कम्प्यूटर द्वारा स्वतः दिया जाता है।
कुछ प्रचलित फाइल एक्सटेंशन नाम है-

  • .exe – Executable File
  • .doc – Word Document File
  • .dat – Data File
  • .txt – Text file
  • .hlp – Help File
  • .xls – Microsoft Excel File
  • .jpg – JPEG Graphics File

फाइल एक्सटेंशन नाम . (Dot) के बाद दिया जाता है तथा तीन अक्षरों का होता है।

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2 thoughts on “Introduction of Microsoft Windows- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का परिचय

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