मै आपको बताऊंगा एक ऐसी सविंग स्कीम के वारे जिसे भारत सरकार ने एक जुलाई से सुरू कर दी है। वो स्कीम है Floating Rate Saving Bond – फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड स्कीम। पहले इस स्कीम का नाम RBI Saving Bond था इसे 28 मई 2020 को बंद कर दिया गया था।
जो लोग RBI bond के वारे मे नहीं जानते है उनके लिए बता दे की बॉन्ड शब्द से आप कन्फ्युज न हों। बॉन्ड शब्द केबल एक टेक्निकल word है। आप इसे RBI द्वारा की जाने वाली एक FD के रूप मे ही समझ सकते हैं। जब आप कोई पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं तो आप बैंक को वो पैसा नहीं दे रहे। हालांकि वो पैसा जा जरूर रहा है किसी बैंक के माध्यम से जैसे एसबीआई बैंक के माध्यम से या HDFC बैंक इत्यादि के माध्यम से परंतु डाइरैक्ट वो पैसा आरबीआई मे जा रहा है। आपका पैसा RBI के पास सुरक्षित है। आपका पैसा 100% Safe है।
तो अब Floating Rate Saving Bond जिसे हम सॉर्ट मे FRSB बॉन्ड्स भी कह सकते हैं। इससे लोगों को अब सुरक्षित निवेश करने का अवसर मिलेगा.
आजकल भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई में अधिकतम 5 या 6 फीसदी के आसपास ही ब्याज मिल रहा है। ऐसे में उससे भी ज्यादा ब्याज पाने का मौका अब आपको इस सविंग बॉन्ड से मिल पाएगा।
तो आइए अब जानते हैं 1 जुलाई से सुरू हुए FRSB बॉन्ड्स के फीचर्स के बारे में विस्तार से …
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कौन खरीद सकता है FRSB
देश में रहने वाला कोई भी भारतीय नागरिक और एचयूएफ इसमें अपना पैसा invest कर सकता है। लेकिन कोई एनआरआई इस बांड मे पैसा इन्वेस्ट नहीं कर सकता।
कितना कर सकते हैं निवेश
अब जान लेते हैं कि Floating Rate Saving Bond – फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड मे हम मिनिमम और मैक्सिमम कितना इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। तो इस बॉन्ड में मिनिमम इन्वेस्टमेंट अमाउंट 1000 रुपये है. यानि आप 1000 रुपये के गुणांक मे इसमे निवेश कर सकते हैं। इसमे मैक्सिमम निवेश कि एसी कोई लिमिट नहीं है कितना भी Amount हम इस सविंग बॉन्ड मे निवेश कर सकते हैं.
अगर फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड मे निवेश कैश यानि नकद से कर रहे हैं तब इसमे अधिकतम 20 हजार रुपये का तक ही निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा ड्राफ्ट, चेक और इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड से भी इस स्कीम मे निवेश कर सकते हैं।
Floating Rate Saving Bond पर कितना ब्याज मिलेगा
तो इस वक्त फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड पर भारत सरकार 7.15 फीसदी का इंटरेस्ट दे रही है। लेकिन यह फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड है, यानी इनका ब्याज हर 6 माह पर बदल सकता है।
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सरकार 1 जनवरी और 1 जुलाई को इन ब्याज दरों की समीक्षाा के बाद इसे लागू करेगी। फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड का ब्याज दरअसल नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट यानी एनएससी की ब्याज दर से जुड़ा होगा। यानी यह ब्याज हरदम एनएससी रेट से 35 बेसिस प्वाइंट अधिक रहेगा। जैसे अभी NSC पर हमे 6.8% का इंटरेस्ट मिलता है। तो फ्लोटिंग रेट सविंग बॉन्ड पर 35 पॉइंट ज्यादा यानि 7.15% का इंटरेस्ट मिलेगा इस बांड पर अब 1 जनवरी 2021 को NSC के ब्याज दरों के हिसाब से फिर से बदला जाएगा। यानि NSC से 35 बेसिस पॉइंट ज्यादा ही रहेगा इसका इंटरेस्ट।
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हर 6 महीने पर दिया जाएगा ब्याज
Floating Rate Saving Bond का ब्याज हर 6 माह पर निवेशक के बैंक खाते में भेज दिया जाएगा। यह जो ब्याज है ये हर वर्ष 1 जनवरी और 1 जुलाई को दिया जाएगा। जो की आपके संबन्धित सविंग अकाउंट मे ट्रान्सफर कर दिया जाएगा। लेकिन आपको बता दें कि इस फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड पर मिलने वाले ब्याज पर आपको टैक्स देना होगा। इस बांड पर मिलने वाले ब्याज से होने वाली कमाई पर नियमानुसार इनकम टैक्स देना होगा।
यानी अगर आपकी इस ब्याज के साथ कुल कमाई टैक्स देने लायक होगी तो इस पर टैक्स देना होगा, नहीं तो टैक्स नहीं देना होगा। इस बांड के ब्याज पर टीडीएस लगेगा, लेकिन योग्य निवेशकों के पास 15जी/एच जमा कराने का विकल्प होगा।
फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड कैसे खरीदें
Floating Rate Saving Bond को किसी भी सरकारी बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या बैंक ऑफ इंडिया इत्यादि से खरीदा जा सकता है। इनके अलावा आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से भी इसे खरीद सकते हैं। यह बांड केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में ही जारी किए जाएंगे। फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड खरीदते ही यह निवेशक के बांड उसके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे।
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इसके अलावा ये Account Transferable भी नहीं है। आप फ्लोटिंग रेट सविंग बॉन्ड को किसी को ट्रान्सफर नहीं कर सकते, गिफ्ट नहीं कर सकते। सिर्फ account होल्डर की डेथ हो जाने पर ही इसके पैसे को नॉमिनी को ट्रान्सफर कर सकते है।
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प्रीमैच्योर की सुबिधा
जैसा अभी हमने आपको बताया था की normal लोगो के लिए इसमे 7 वर्ष से पहले पैसा निकालने की सुबिधा नहीं है। सिर्फ अकाउंट होल्डर की डेथ हो जाने पर ही इसमे से पैसे को प्रीमैच्योर करवा सकते हैं। लेकिन बरिष्ठ नागरिकों के लिए यानि सीनियर सिटिज़नस के लिए इसमे प्रीमैच्योर की सुबिधा Category Wise हो सकती है। जिससे वो समय से पहले इसमे से पैसा निकाल सकते हैं। तो वो कैटेगरी हैं-
जिनकी उम्र 60 से 70 साल तक की है उनके लिए इसका Lock in period 6 वर्ष है। वो 6 साल बाद ही इसमे से पैसे को निकाल सकते हैं। अगर वो चाहे तो 7 वर्ष तक Continue रख सकते है इस Bond को।
इसी तरह से जिनकी उम्र 70 से 80 वर्ष की है उनके लिए इसका lock in period 5 वर्ष का रहेगा। और जिनकी उम्र 80 साल या इससे ऊपर की है उनके लिए इसका lock in period 4 वर्ष का होगा।
अगर ये लोग चाहें तो इसको 7 साल तक के लिए continue रख सकते हैं।
तो जिन लोगों को हर 6 महीने बाद एक Particular Income चाहिए। वो चाहते हैं सविंग अकाउंट मे कुछ रकम हर 6 माह बाद आ जाये तो ये Floating Rate Saving Bond स्कीम उनके लिए बहुत अच्छी है। ये सुबिधा उन्हे न तो PPF मे मिलेगी और न ही NSC मे मिलेगी। इसमे हमे सिर्फ TAX बेनीफिट नहीं मिलता है। अगर Tax बेनीफिट के लिहाज से देखें तो NSC स्कीम बहुत अच्छी है। क्योकि NSC मे एक तो मेचूरिटि पीरियड 5 वर्ष का होता है और दूसरा इसमे हमे Under Sec. 80c के तहद TAX छुट का लाभ भी मिल जाता है।
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