Features of Windows: माइक्रोसॉफ्ट विण्डोज अमेरिका की एक कम्पनी “माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन” द्वारा विकसित किया गया एक सॉफ्टवेयर है। सुरू सुरू में आये विण्डोज के सभी संस्करण (Version) एप्लिकेशन पैकेज थे जिन्हें क्रियान्वित होने के लिए डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम चाहिये था। उसके बाद आये सभी संस्करण (Version) स्वयं ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह कार्य करते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम होने के कारण यह कई अन्य सॉफ्टवेयर्स जैसे- माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, फोटो पेन्ट, पेजमेकर आदि पर कार्य करने के लिए वातावरण उपलब्ध करता है। कम्प्यूटर्स के लिए विकसित किया गया, यह सॉफ्टवेयर, ग्राफिकल यूजर इन्टरफेस पद्धति पर आधारित है। जिन एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर्स से हम विण्डोज में कार्य करते हैं वे सभी स्क्रीन पर एक आयताकार क्षेत्र में प्रदर्शित होते हैं। इसी आधार पर इस सॉफ्टवेयर का नाम विण्डोज पड़ा है।
इस सॉफ्टवेयर की कुछ विशेषताएँ (features of Windows) निम्नलिखित हैं
- ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) – विण्डोज को चूँकि एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर के साथ-साथ ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में भी प्रस्तुत किया गया है। अतः यह डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम का स्थान लेकर उसके समस्त कार्यों तथा प्रक्रियाओं को बखूबी निभाता है। कम्प्यूटर को विण्डोज से बूट करने पर प्रॉम्प्ट चिन्ह (जैसे- की (Key) में आता है) प्रदर्शित होने के बजाय एक विण्डोज डेस्कटॉप आता है।
- यूजर फ्रेन्डली (User Friendly) – विण्डोज एक जी.यू.आई. पद्धति पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसमें दिये जाने वाले सभी कमाण्ड्स के लिए स्क्रीन पर ग्राफिकल ऑब्जैक्ट जिन्हें आइकन कहते हैं, बने होते हैं। अतः यहाँ पर डॉस की तरह कमाण्ड्स को की-बोर्ड की सहायता से टाइप करने के बजाय माउस पॉइन्टर की सहायता से चुन कर ही कम्प्यूटर को दिया जा सकता है।
- मल्टिटास्किंग (Multitasking) – विण्डोज भी एक ऐसा ऑपरेटिंग वातावरण प्रदान करता है जहाँ हम एक साथ (एक ही समय में) दो या दो से अधिक एप्लिकेशन प्रोग्राम खोलकर उनमें काम कर सकते हैं। खोले गये सभी प्रोग्राम्स को एक अलग आयताकार क्षेत्र (जिसे विण्डोज कहा जाता है) में प्रदर्शित किया जाता है। हम अपनी आवश्यकतानुसार किसी भी विण्डोज पर जाकर उस प्रोग्राम में कार्य कर सकते है, कि वहाँ पर क्रियान्वित है।
- सूचना साझेदारी (Information Sharing) – विण्डोज में हम न सिर्फ एक साथ, एक ही समय में दो या दो से अधिक एप्लिकेशन पर कार्य कर सकते हैं वरन् उन एप्लिकेशन के मध्य सूचनाओं का आदान-प्रदान भी कर सकते हैं। खोले गये प्रोग्राम्स को एक अलग आयताकार क्षेत्र (जिसे विण्डोज कहा जाता है) में प्रदर्शित किया जाता है।
- शॉर्टकट (Shortcut)- विण्डोज में हम किसी भी प्रोग्राम या कमाण्ड का शॉर्टकट बनाकर आइकन के रूप म डेस्कटॉप पर रख सकते हैं। इसमें न केवल कार्य करने में सरलता होती है, अपितु समय भी कम लगता है।
Advantage and Disadvantage of Windows OS:
Advantages of Windows OS | विंडोज के फायदे
- Easy to use- विंडोज एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसको कोई भी और किसी भी उम्र के व्यक्ती आसानी से इसको चला सकता है। किसी भी दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना मे इसका उपयोग आसानी से किया जा सकता है।
- Software : विंडोज में किसी भी सॉफ्टवेर को स्तेमाल करना ज्यड़ा आसान है, इसलिए विंडोज OS को चलाने वालों की संख्या ज्यादा है। सभी तरह के सॉफ्टवेर use करने को मिल जाते हैं विंडोज मे।
- Compatibility : समय समय पर विंडोज के नए नए Version और updation आते रहते हैं , जो इसको compatible बनाता है।
Disadvantage of Windows OS | विंडोज के नुकसान
- Price : Microsoft Windows की Price दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना मे ज्यड़ा होती है जैसे की Linux आदि के मुक़ाबले मे।
- Securiry : Windows OS मे सिक्यूरिटी शुरू से ही चर्चा का विषय रही है। Linux इत्यादि के मुकावाले Windows OS मे सेक्युर्टी काफी कमजोर है। ऐसा माना जाता रहा है की Windows के प्रोडक्ट्स कभी भी सिक्यूरिटी के लिए नहीं बनाये जाते है इसलिए Windows के hack होने की संभावना ज्यड़ा रहती है, जो की मुसीबत का विषय रहा है।
- Reliability : Windows मे अगर ज्यादा मेमोरी वाले सॉफ्टवेर को चलाएं तो ये Hang हो जाता है, जिससे इसे बार बार Reboot करना पड़ता है।
तो ये है Windows OS के कुछ फायदे और नुक्सान।
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