सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम क्या है?

ब्याज दर, टैक्स छूट और कौन कर सकता है अप्लाई, जानिए सबकुछ

60 साल से अधिक उम्र वाले भारतीय नागरिकों को हर तिमाही पर या हर महीने एक निश्चित आमदनी की व्यवस्था करने के लिए सरकार ने यह स्कीम चला रखी है।

रिटायरमेंट लेने वाले कर्मचारी, आवश्यक शर्तें पूरी करने पर 55 या 50 साल की उम्र पर भी इसका अकाउंट खुलवा सकते हैं। 

बैंक या पोस्ट ऑफिस में इसका खाता खुलता  है। सबसे अच्छी ब्याज दर और सबसे ज्यादा टैक्स छूट इस स्कीम की मुख्य विशेषताएं हैं।

कम से कम 1000 रुपए जमा करके आप सीनियर सिटिजन सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।

एक व्यक्ति के नाम, कितने भी अकाउंट खोले जा सकते हैं, लेकिन, टोटल अधिकतम  लिमिट 15 लाख रु. से अधिक नहीं होना चाहिए। 

सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम के अकाउंट पर इस समय 7.6% ब्याज मिलती है। 

आपके अकाउंट में जमा हुई रकम की ब्याज आपको हर तिमाही के अंत में मिल जाती है।

अगर आप 10 लाख रुपए जमा करते हैं, तो आपको हर तीन महीने में लगभग 19 हजार रुपए मिलेंगे।

5 साल पूरे होने पर खाता Mature हो जाता है। इसके बाद जमा की गई पूरी रकम आपको लौटा दी जाती है।

सीनियर सिटिजन सेविंग अकाउंट को , अपनी पत्नी या पति (spouse) के साथ संयुक्त खातेदार (Joint account holder) के रूप में  खोल सकते है। 

संयुक्त खाता (Joint account) खोलने पर आप दो लोगों के हिसाब से 30 लाख रुपए (15लाख+15लाख) तक जमा कर सकते हैं। 

आप अपने अकाउंट में नोमिनी बना सकते हैं। 

5 साल बाद अकाउंट की मेच्योरिटी पूरी होने पर, चाहें तो अगले 3 साल के लिए खाता विस्तार (Extension) भी करवा सकते हैं।

सीनियर सिटिजन सेविंग अकाउंट में जो पैसा जमा करते हैं, उस पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है।

सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम में जमा रकम पर, अगर एक साल में 50 हजार रुपए से अधिक ब्याज मिलता है तो उस पर TDS काटने का नियम है।

Form 15H जमा कर देते हैं, तो फिर आपको मिलने वाली आमदनी पर TDS नहीं काटा जाएगा।