Kaushal Sharma July 20, 2020
Cyber Security in Hindi

आजकल इंटरनेट का स्तेमाल करने वालों की तादात पूरी दुनियाँ मे काफी बड्ती जा रही है। यानि कम्प्युटर और मोबाइल पर हर प्रकार के डाटा का आदान प्रदान इंटरनेट पर हो रहा है। तो ऐसे मे यह जरूरी हो जाता है की जो लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं उनकी सुरक्षा (Security) पर भी ध्यान दिया जाये की साइबर सुरक्षा व बचाव कैसे किए जाये । तो यहाँ बात आती है साइबर सुरक्षा यानि की Cyber Security in Hindiकी।

तो आज हम विस्तार से जानेगे Cyber Security के वारे मे- की कैसे दिन प्रतिदिन इंटरनेट पर Fraud, Hacking और Data Leak की लगातार कोशिश की जा रही है। ऐसे मे Cyber Security द्वारा ही इन सभी गतबिधियों पर नज़र रखी जाती है। जिससे इंटरनेट पर होने वाले साइबर Attack को रोका जा सके।

मेमोरी [Memory]:

कंप्यूटर मेमोरी यूनिट्स (Computer Memory Units)

What is Cyber Security ? [साइबर सिक्योरिटी क्या है ?]

साइबर सिक्योरिटी ( Cyber Security in Hindi) दो शब्दों से मिल कर बना है , “साइबर” और “सिक्योरिटी” साइबर” का मतलब है – इंटरनेट पर उपस्थित सभी प्रकार की Information या कहें सूचनाए जिनका उपयोग हम कम्प्युटर या मोबाइल मे करते हैं उन सभी को साइबर मे सम्मलित करते हैं।

और “सिक्योरिटी” का मतलब होता है ,”सुरक्षा” या कहें हानि से बचाव करने की क्रिया या व्यवस्था। हम सामान्य भाषा में कह सकते हैं कि साइबर सिक्योरिटी का मतलब है इंटरनेट (साइबर) पर किसी भी तरह के खतरों से बचने के लिए किये गए उपाय या कहें आपकी किसी भी गोपनीय या निजी सूचनाओं को किसी भी तरह के खतरों से बचने के लिए किये गए उपाय। इन सभी को सम्मिलित रूप से साइबर सिक्योरिटी कहा गया है।

साइबर सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है? [Why is cyber security important? in Hindi]

आज हमलोग कम्प्युटर या मोबाइल पर इंटरनेट के माध्यम कुछ छोटी बड़ी बुनियादी सुबीधाओं पर निर्भर हो गए हैं। जैसे बिजली के बिल को हम इंटरनेट के माध्यम से भरने लगे हैं, बैंक मे भी कई सारे transaction हम इंटरनेट के माध्यम से करते है। कई आवश्यक e- mail हम मोबाइल और कम्प्युटर से इंटरनेट के माध्यम भेजते है इसके अलावा Social Platform, जैसे फेस्बूक और whatsaap पर भी कई सारे अपने फॅमिली और निजी फोटो को भेजते हैं। और भी बहुत से डाटा का आदान प्रदान हम इंटरनेट के माध्यम से करते ही रहते हैं।

तो इसलिए Cyber खतरों से बचने के लिए Cyber Security हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

Cyber security services in Hindi [ साइबर सिक्योरिटी सर्विसेज ]

कई कंपनियां साइबर सुरक्षा सेवाओं की पेशकश करेंगी जो विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उपयोग करके आपकी जानकारी की निगरानी और सुरक्षा करने में मदद करती हैं। घुसपैठ की एक बहुत कुछ सरल से उपजी है। इसके कुछ उदाहरण सॉफ़्टवेयर को अपडेट करना, एक भाला फ़िशिंग ईमेल खोलना या गलती से मैलवेयर इंस्टॉल करना भूल रहे हैं। मैलवेयर जैसे वायरस असली वायरस की तरह होते हैं। आप उन्हें उनके शुरुआती चरणों में पकड़ना चाहते हैं। साइबर सुरक्षा सेवाएँ आपके डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से लागू कई सुरक्षा प्रोटोकॉल, परीक्षण और दिनचर्या को मिलाकर इस प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास करती हैं।

साइबर के खतरे फेलने के प्रकार [Type of cyber threats, in Hindi]

Internet पर Cyber Security को खतरा कई प्रकार से हो सकता है –

Ransom ware (रैनसमवेयर)

जैसा की नाम से ही पता चलता है हमारे computer में ransom ware एक बार इनस्टॉल होने के बाद हमारे सारे डाटा को एन्क्रिप्ट कर दिया जाता है यानी उसे लॉक कर दिया जाता है या यूँ कहें किडनैप कर दिया जाता है और उसी अनलॉक या डिक्रिप्ट करने के लिए हमसे पैसे मांगे जाते हैं बिलकुल वैसे ही जैसे किसी को किडनैप करने के बाद उसे छुड़ाने के बदले फीरोती या ransom मांगी जाती है। Ransomware के ज्यादातर भुगतान Bitcoin या crypto currency के द्वारा ही होते हैं जिससे ransomware के developer को या ransomware भेजने वाले को पकड़ा ना जा सके।

Malware क्या है?

Malware एक तरह का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर ही होता है जिसे हम Malicious Software भी कहते हैा यह एक तरह का दूषित सॉफ्टवेयर होता है जिसका एक ही मकसद होता है लोगो के कंप्यूटर को नुक्सान पहुचाना. malware को बनाया ही इसी मकसद के साथ जाता है की यह हमारे या किसी स्पेसिफिक यूजर के कंप्यूटर को नुक्सान पहुचाये इसके और भी कई मकसद हो सकते हैं जैसे आपका डाटा चुराना, आपका पासवर्ड चुराना, या आपके कंप्यूटर के डाटा को मिटाना यानी डिलीट कर देना. Malicious Software अपने आप नहीं बनते इनको किसी डेवलपर या हैकर द्वारा ही बनाया जाता है, जिससे वो हमारे कंप्यूटर को हानि पंहुचा सके।
Malicious Software आपके कंप्यूटर में कई तरीको से आ सकते हैं जैसे या तो आप खुद ही उन्हें गलती से डाउनलोड कर ले या किसी स्पैम ईमेल के जरिये या किसी वेबसाइट के जरिये. क्यूंकि ऐसी कई वेबसाइट हैं जिन पर malicious सॉफ्टवेयर की लिंक उपलब्ध है और एक ही दिन में लोगों को ढेरों स्पैम ईमेल आते हैं इनमे से कितने ही लोग malware डाउनलोड भी कर लेते हैं और इनका शिकार हो जाते है।

Spyware (स्पाईवेयर)

Spyware का काम होता है आपके द्वारा अपने कंप्यूटर में की गयी सभी एक्टिविटीज और डाटा पर नज़र रखना और उन्हें किसी और के पास भेजना होता है बिलकुल एक जासूस की तरह यह किसी भी अनजान सॉफ्टवेयर के साथ bind हो कर इनस्टॉल हो सकते हैं क्यूंकि ये बहुत ही छोटे होते है। Spyware को किसी ख़ास व्यक्ति, जगह या किसी ख़ास कंप्यूटर को टारगेट करके बनाया जाता है और इसका काम सिर्फ आपके डाटा पर नज़र रखना होता है।

Adware (ऐडवेयर)

Adware का ख़ास मकसद आपके device या डाटा को हानि पहुचाना नहीं होता बल्कि इसके इनस्टॉल होने के बाद आपको बिना किसी app को ओपन किये ही होम स्क्रीन पर ही advertise दिखने लगते हैं यह अक्सर स्मार्टफोन में देखने को मिलता है यह तरह तरह की टेढ़ी मेढ़ी वेबसाइट से कुछ भी डाउनलोड करने की बजह से होता है।

इन साइबर हमलों से हम बचें कैसे?

अगर कोई व्यक्ती मोबाइल या कम्प्युटर पर इंटरनेट का स्तेमाल करता है तब उसे बहुत ही सचेत रहना पड़ेगा, इन साइबर हमलों से बचने के लिए। तो अब हम आपको आगे Cyber Security in Hindi के लिए कुछ सुझाव बता रहे हैं, अगर इन सुझाबो का आप पालन करते हैं, तब आप अपने कीमती Data का या कहे Information को या पैसे को Loss होने से बचा सकते है।

  • तो सबसे पहला सुझाव, आप अपने मोबाइल या कम्प्युटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को हमेसा समय समय पर Update करते रहें। जिससे आपके इन devices को और ज्यादा साइबर हमलों से सुरक्षा मिलेगी।
  • अपने कम्प्युटर और मोबाइल या टैब मे एक अच्छे कंपनी का Anti-Virus Software को खरीद कर Install करें। और अगर पहले से ये सॉफ्टवेर आपके कम्प्युटर या मोबाइल मे है तो समय समय पर इनको अपडेट भी करते रहें। जिससे अगर कोई नया वाइरस या malware आपके कम्प्युटर या मोबाइल पर हमला करता है तो इनकी पहचान करके इन्हे वही पर रोका जा सके।
  • आप ईमेल का स्तेमाल करते है। या किसी बैंक की वैबसाइट पर जाकर कोई ट्रैंज़ैक्शन करते हैं, तब वहाँ पर आप Password का उपयोग जरूर करेंगे। तो यहा पर हमारा सुझाब है की आप जो भी पासवर्ड डालें वह बहुत ही मजबूत होना चाहिए। यानि आसानी से पहचानने वाला पासवर्ड नहीं होना चाहिए।
  • ईमेल अटैचमेंट को ठीक से देखकर ही खोलें और अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए ईमेल अटैचमेंट्स को तो बिलकुल भी ना खोलें। डाउनलोड करने के बाद उन्हें ठीक से किसी antimalware software से स्कैन कर लें।
  • पायरेटेड चीज़ें जैसे फ़िल्में या पेड सॉफ्टवेयर फ्री में डाउनलोड करने के चक्कर में विलकुल भी ना पड़ें यह गलत है और इसकी बजह से आपको और आपके कीमती डाटा को भी खतरा हो सकता हैं।
  • कहीं पर भी आपको फ्री के WI FI के चक्कर मे नहीं पड़ना चाहिए। नहीं तो ये फ्री वाले WIFI, आपके कीमती डाटा को चुरा कर इसका गलत स्तेमाल कर सकते हैं।

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